Nepal Nature Study Cum Friendship Tour : यूथ हॉस्टल्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया का 31 सदस्यीय दल 24 नवंबर को नेचर स्टडी कम फ्रेंडशिप टूर हेतु जाएगा नेपाल
बढ़नी कस्टम अधीक्षक व कृष्णानगर थाने के इंस्पेक्टर कृष्णानगर बॉर्डर से भ्रमण यात्रा को हरी झंडी दिखाकर करेंगे रवाना, नेपाल का बुटवल बना घुमक्कड़ों का नया अड्डा

ऑनलाइन खबर : यूथ हॉस्टल्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के बढ़नी यूनिट द्वारा 24 नवंबर, रविवार को एक दिवसीय नेचर स्टडी कम टूर-2024 का आयोजन किया गया है। भारत-नेपाल सद्भावना मैत्री भ्रमण के तहत आयोजित नेचर स्टडी कम टूर में विभिन्न स्थानों के शिक्षाविद्, कानूनविद, पत्रकार, लेखक, हिमालयन ट्रेकर, चिकित्सक, राजनीतिज्ञ, समाजसेवी आदि सहभागिता करेंगे। जो नेपाल के शिवालिक श्रेणी के पहाड़, पर्यावरण, वाइल्ड लाइफ, नेपाली संस्कृति से रूबरू होंगे।
वाईएचए, यूनिट बढ़नी के संरक्षक डॉ. नंद किशोर शर्मा एवं वरिष्ठ सदस्य राणा प्रताप सिंह ने बताया कि यूनिट द्वारा एक दिवसीय टूर कम नेचर स्टडी कार्यक्रम नेपाल के पाल्पा एवं बुटवल हेतु आयोजित किया गया है। उक्त भारत-नेपाल सद्भावना मैत्री भ्रमण में शिक्षाविद्, वनस्पति विशेषज्ञ, चिकित्सक, शिक्षक, कानूनविद, नेशनल ट्रैकर, पत्रकार आदि 31 विशिष्ट लोग शामिल हैं।
टूर से दोनों देशों के परस्पर संबंधों में बढ़ेगी मजबूती, नेचर से रूबरू होने के अलावा करेंगे सिद्ध बाबा का दर्शन
यूनिट के पदाधिकारी गुलाब चंद्र अग्रवाल एवं डॉ. राजन उपाध्याय को प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर बनाया गया है। जो पूरे कार्यक्रम को बेहतर ढंग से संयोजित करने में जुड़े हुए है। उक्त भ्रमण कार्यक्रम से जहां लोगों को प्रकृति से जोड़ने, उसे संरक्षित करने का प्रयास होगा वहीं दोनो देशों के परस्पर संबंधों को भी मजबूती दी जा सकेगी। भ्रमण के दौरान बॉटनिक गार्डेन के अलावा वाइल्ड लाइफ से भी लोग रूबरू हो सकेंगे। मनोरंजन के साथ ही रोमांचकारी प्रोग्राम में उक्त दल इंडो-नेपाल के बढ़नी-कृष्णानगर बॉर्डर से करीब 90 किमी दूर पाल्पा जिले के सिद्ध बाबा मंदिर, बुटवल के वानस्पतिक उद्यान (मणिमुकुंद सेन पार्क), जूलॉजिकल पार्क भी जाएगा।
कस्टम अधीक्षक व कृष्णानगर इंस्पेक्टर कृष्णानगर बॉर्डर से भ्रमण यात्रा को करेंगे रवाना
यूथ हॉस्टल्स एसोसिएशन, बढ़नी यूनिट के सचिव व वरिष्ठ पत्रकार अजय प्रताप गुप्त ने बताया कि इंडो-नेपाल बॉर्डर के कृष्णानगर लिंक गेट कार्यालय से 24 नवंबर, रविवार की सुबह 8 बजे बढ़नी कस्टम अधीक्षक आरजी राम तथा नेपाल के कृष्णानगर क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी इंस्पेक्टर सूरज खत्री हरी झंडी दिखाकर सद्भावना मैत्री भ्रमण यात्रा बस को रवाना करेंगे।
नेपाल का बुटवल घुमक्कड़ों का नया अड्डा
बुटवल, नेपाल के कपिलवस्तु जिले के कृष्णानगर बॉर्डर से लगभग 90 किलोमीटर दूर है। बुटवल पहुंचने के लिए आपको कृष्णानगर से बस मिल जाएगी और पहुंचने में करीब 2 घंटा लगेगा। बुटवल, नेपाल की प्रसिद्ध पर्यटकीय जगहों में एक है जो धीरे-धीरे मशहूर हो रहा है। बुटवल की आंतरिक खूबसूरती, पर्यटकों की जुबानी लोगों तक कानों कान पहुंच रही है। बुटवल में ढेर सारी जगह है, जहां आप घूमने के लिए जा सकते हैं। घूमने वाली नई जगह की बात करें तो यहां का पाल्पा झरना पर्यटकों की पहली पसंद है। पाल्पा झरना, बुटवल की सीमा में ही पड़ता है। देखने के लिए प्राकृतिक, घूमने के लिए नया और फोटोग्राफी के लिए मशहूर है यह जगह।
सिद्ध बाबा मंदिर (श्री सिद्धबाबा मंदिर)
सिद्ध बाबा मंदिर (श्री सिद्धबाबा मंदिर)
पाल्पा जिले के बुटवल, डोभान-5 शहर के पास स्थित भगवान शिव का एक मंदिर है। इस मंदिर में पूरे नेपाल के लोग और ज़्यादातर पाल्पा और रूपन्देही और पड़ोसी जिलों सहित भारतीय हिंदू आते हैं। ऐसा माना जाता है कि मंदिर में आने वाले भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी होती हैं। जब किसी व्यक्ति की इच्छा पूरी होती है तो कबूतर छोड़ने की परंपरा है। यहां शिवरात्रि और तीज पर खास तैयारी होती है। हिंदू धर्म को मानने वालों के लिए नेपाल का प्रमुख तीर्थ स्थल है। भगवान शिव पूजा की पूजा करने वाले हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं।
मणिमुकुंद सेन पार्क (मणिमुकुंद उद्यान)
मणिमुकुंद सेन पार्क (मणिमुकुंद उद्यान)
राजा मणिमुकुंद सेन के कारण मशहूर मणि मुकुंद पार्क घूमने के लिए अच्छी जगह है। इस नेपाली लोग फुलबारी के नाम से जानते हैं। यह ऐतिहासिक स्थल और प्रमुख पर्यटक आकर्षण है।यह पार्क बुटवल शहर के पश्चिमी भाग में स्थित है। यह पार्क 16 बीघा भूमि के क्षेत्र में फैला हुआ है। जिन लोगों को ऐतिहासिक जगहों और प्राचीन स्थानों को घूमने का शौक है, उनके लिए बुटवल में इससे अच्छी जगह मिलना मुश्किल है। इस पार्क में मध्ययुगीन पाल्पा साम्राज्य के राजा मणिमुकुंद सेन के महल का खंडहर है।
स्टेच्यू ऑफ राजा मणिमुकुंद सेन
माना जाता है कि इस उद्यान का निर्माण 16वीं शताब्दी में हुआ था।1575 बीएस में, पाल्पा साम्राज्य के राजा मणिमुकुंद सेन ने इस क्षेत्र में एक शीतकालीन महल बनवाया था। 1863 बीएस में पाल्पा साम्राज्य के नेपाल राज्य में विलय के बाद, महल और पार्क को छोड़ दिया गया और खंडहर में बदल दिया गया।
देवदह
देवदह
किसी जमाने में रानी माया देवी का घर हुआ करता था। रानी माया देवी भगवान बुद्ध की मां थी। इस हिसाब से देवदह भगवान बुद्ध का ननिहाल हुआ। इसी कारण बौद्ध धर्म के लोगों का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बुटवल का देवदह भी है।