
‘हाड़ा’ विकास सिंह
सिद्धार्थनगर डेस्क : पड़ोसी राष्ट्र नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित बिमस्टेक देशों के कृषि मंत्रियों के बैठक में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाग लिया। उन्होंने ‘भारत और नेपाल के बीच कृषि के क्षेत्र में सहयोग’ पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने सपरिवार प्रसिद्ध पशुपति नाथ मंदिर दर्शन पूजन किया।
दोनों देशों के बीच हुए कृषि संबंधित अहम समझौते पर हस्ताक्षर
नेपाल की राजधानी काठमांडू में बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के कृषि मंत्रियों की बैठक संपन्न हुई। बैठक में भारत के केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नेपाल के साथ फसल उत्पादकता बढ़ाने, कटाई के बाद प्रबंधन में सुधार, कृषि-विपणन प्रणालियों को मजबूत करने और जलवायु-अनुकूल तथा टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित एक समझौते पर नेपाल के केंद्रीय कृषि एवं पशुधन विकास मंत्री रामनाथ अधिकारी के साथ हस्ताक्षर किए।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के साथ शिवराज सिंह चौहान
प्रधानमंत्री ओली से की दोनों देशों के संबंधों को प्रगाढ़ करने पर चर्चा
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की। मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच भारत और नेपाल के बीच मजबूत ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और जनस्तरीय संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ बनाने पर चर्चा हुई।इसके अलावा कृषि और संबंधित क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने, साझा चुनौतियों का सामूहिक रूप से समाधान करने और सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में मिलकर कार्य करने के विषयों पर दोनों के बीच विस्तृत चर्चा हुई।
पशुपति नाथ मंदिर परिसर में पौधरोपण करते शिवराज सिंह चौहान
पशुपतिनाथ मंदिर में सपरिवार किए दर्शन पूजन, रोपे रुद्राक्ष और हरसिंगार के पौधे
काठमांडू प्रवास के दौरान, शिवराज सिंह चौहान ने सपरिवार प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन पूजन किए। उन्होंने मंदिर परिसर में रुद्राक्ष और हरसिंगार के पौधे रोपकर देश में सुख-समृद्धि की कामना की। धार्मिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के रूप में उन्होंने मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ मुलाकातें भी की।
शिवराज सिंह चौहान का पहनावा बना चर्चा का विषय
मंदिर दर्शन के दौरान पहने गए उनके कपड़े नेपाल में चर्चा का विषय बना हुआ है। नेपाल के तराई मधेशी क्षेत्र के लोग उनके पहनावे को मधेशी संस्कृति से जोड़कर देख रहे हैं।